लोक निर्माण विभाग के कार्यपालक इंजीनियर राजकुमारसिंह ने वार्ड के विभिन्न प्रभागों के बारे में विस्तार से जानकादी।
2.
उच्च न्यायालय ने कार्यपालक इंजीनियर बनाम चन्द्रकांत के निर्णय दिनांक 10. 03.2000 में कहा है कि सत्य बना रहे इसलिए सम्पूर्ण मामले को श्रम न्यायालय द्वारा रिकॉर्ड के आधार पर विचारण के लिए भेजा जाय।
3.
विद्वान अधिवक्ता द्वारा एक अन्य पत्र कागज संख्या-15ग / 1 की ओर मेरा ध्यान आकृष्ट किया गया जो अपीलार्थी द्वारा उत्तरवादी संख्या-2 कार्यपालक इंजीनियर को लिखा गया है जिसमें उसके द्वारा विस्तारपूर्वक लिखा गया कि उनके पत्र संख्या-21-11-2007 के अनुपालन में उन्होने आज तक न वॉण्ड की कापी दी गयी न वॉण्ड पर हस्ताक्षर करने के लिए बुलाया गया है।